एसआरएमयू-एपी ने रासायनिक जीव विज्ञानी सम्मेलन समापन हुआ

SRMU-AP's Chemical Biology Conference has Concluded

SRMU-AP's Chemical Biology Conference has Concluded

(अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

अमरावती   : :   (आंध्र प्रदेश ) एसआरएम यूनिवर्सिटी-एपी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड साइंसेज (एसईएएस) के रसायन विज्ञान विभाग ने रासायनिक जीवविज्ञान में उभरते रुझानों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ईटीसीबी 2025) का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जो दो दिवसीय वैश्विक शैक्षणिक कार्यक्रम था, जिसमें भारत और दुनिया भर के प्रमुख वैज्ञानिक, शोधकर्ता और युवा विद्वान एक साथ आए।

सम्मेलन में मुख्य व्याख्यानों, आमंत्रित वार्ताओं, पोस्टर सत्रों, फ्लैश प्रस्तुतियों और सहयोगात्मक नेटवर्किंग अवसरों के माध्यम से रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के क्षेत्र में अत्याधुनिक विकास पर प्रकाश डाला गया। प्रो. राघवन वरदराजन (आईआईएससी बेंगलुरु), प्रो. हरिनाथ चक्रपाणि (आईआईएसईआर पुणे), प्रो. देव पी. आर्य (क्लेम्सन विश्वविद्यालय, अमेरिका), डॉ. वेंकट श्रीकांत गरिकिपति (टेम्पल विश्वविद्यालय, अमेरिका), डॉ. सैयद कलीम अहमद (दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय) सहित अन्य प्रख्यात वक्ताओं ने ज्ञानवर्धक व्याख्यान और सत्र दिए।

कुलपति प्रो. सतीश कुमार ने रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बीच गहरे संबंध पर ज़ोर दिया और कृत्रिम रक्त घटकों तथा आणविक स्तर के चिकित्सीय हस्तक्षेप जैसे क्षेत्रों में नवाचारों की वैश्विक आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभाग को सशक्त अंतःविषयक अनुसंधान प्रस्तावों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि भविष्य में संस्थागत वित्तपोषण ऐसे सहयोगी उपक्रमों को प्राथमिकता देगा।

स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड साइंसेज (एसईएएस) के डीन प्रोफेसर सी वी टॉमी ने एसआरएम यूनिवर्सिटी-एपी में अंतःविषयक सहभागिता के मूल्य पर जोर दिया, और कहा कि ईटीसीबी जैसे सम्मेलन वैज्ञानिकों और छात्रों को अनुभव प्राप्त करने, विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने और सहयोग के अवसरों का पता लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करते हैं।

अनुसंधान के डीन, प्रो. रंजीत थापा ने रासायनिक जीव विज्ञान जैसे अंतःविषय क्षेत्रों के बढ़ते महत्व और चुनौतियों पर बात की, खासकर वित्त पोषण सुनिश्चित करने और अनुसंधान ढाँचे को परिभाषित करने में। उन्होंने स्नातक, पीएचडी से लेकर संकाय स्तर तक एक मज़बूत अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए एसआरएम एपी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

रसायन विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रमुख डॉ. सब्यसाची चक्रवर्ती ने स्वागत भाषण दिया, जबकि ईटीसीबी 2025 के सहायक प्रोफेसर एवं संयोजक डॉ. सतीश एलिपिल्ली ने सम्मेलन के वैज्ञानिक विषयों का अवलोकन प्रस्तुत किया। ईटीसीबी 2025 के सहायक प्रोफेसर एवं सह-संयोजक डॉ. राजपांडियन पन्नीरसेल्वम ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए नेतृत्व, वक्ताओं, आयोजकों, संकाय सदस्यों, स्वयंसेवकों और प्रायोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया।

सम्मेलन सारांश पुस्तिका के विमोचन के साथ-साथ, समापन समारोह में पोस्टर प्रस्तुतियों के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस आयोजन ने अंतःविषय सहयोग को बढ़ावा दिया, नवीन शोध विचारों को जन्म दिया और रासायनिक जीव विज्ञान के वैश्विक विमर्श में महत्वपूर्ण योगदान दिया।